है ममता की मूरत नारी, जननी तू कहलाती है; कभी महालक्ष्मी, कभी दुर्गा तू ,घर-घर में पूजी जाती है . दुःख दूर कर,सुख देती है, हरवक्त इरादे तेरे नेक ; […]
नसीबा
Deepak kumar choudhary. Editor in chief, Bhagalpur, Bihar. नहीं शिकवा किसी से है , नहीं करता गिला कोई ; नसीबा जो दिया तूने उसे स्वीकार करता हूँ . मेरे दामन में थे जो फूल, वो सब छीन ली तूने ; तू अर्हम है , ऐसा जान तुझी से प्यार करता हूँ . नहीं शिकवा किसी […]
ले अर्ज़ खड़ा हूँ दर पे मैं ……
ले अर्ज़ खड़ा हूँ दर पे मैं, कर लेना तुम स्वीकार इसे इक माँग है मेरी छोटी सी, मत कहना है इंकार तुझे . जब- जब दानव इस धरती पर आया, तुमने संहार […]
Basic English, Part-1